PF Balance: देश के भीतर अधिकांश कर्मचारी, चाहे वे सरकारी प्रतिष्ठानों या गैर-सार्वजनिक प्रतिष्ठानों में काम पर रखे गए हों या नहीं, सभी ईपीएफ में पैसा लगाते हैं। लेकिन बहुत से लोगों को यह नहीं पता होता है कि वे अपने पीएफ खाते में जमा राशि का रिकॉर्ड कैसे प्राप्त कर सकते हैं।अब आप घर बैठे यह रिकॉर्ड जान सकते हैं कि आपके खाते में कितनी राशि जमा हुई है।
ईपीएफओ अब गैर-सार्वजनिक रिकॉर्ड नहीं मांगता है
EPFO Latest Update: ईपीएफओ की ओर से बीते दिनों भी इस तरह के संकेत जारी किए गए थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों में धोखाधड़ी के मामलों में तेजी से सुधार हुआ है।ईपीएफओ की ओर से ट्वीट कर बताया गया कि ईपीएफओ किसी भी तरह से फोन, सोशल मीडिया, व्हाट्सएप आदि के जरिए अपने योगदानकर्ताओं से पैन, आधार, यूएएन, वित्तीय संस्थान खाता और ऑप्ट जैसे गैर-सार्वजनिक रिकॉर्ड नहीं मांगता है।
कॉल या व्हाट्सएप कॉल पर उत्तर न दें
EPFO Alert: ईपीएफओ के माध्यम से यह चेतावनी दी जाती है कि ईपीएफओ किसी भी तरह से सोशल मीडिया, व्हाट्सएप आदि के माध्यम से किसी भी वाहक से जुड़े रिकॉर्ड या किसी अन्य चीज के लिए किसी भी प्रकार की नकदी जमा करने के लिए नहीं कहता है।ऐसे में सभी योगदानकर्ताओं को सावधान किया जाता है कि अब इस तरह के नाम या व्हाट्सएप कॉल का जवाब न दें।
नियोक्ता का अनुपात तत्वों में जमा किया जाता है
ईपीएफओ योगदानकर्ताओं के साधारण राजस्व और महंगाई भत्ते का 12 प्रतिशत ईपीएफओ खाते में जमा किया जाता है।इसी तरह, साधारण राजस्व का 12 प्रतिशत नियोक्ता के माध्यम से भुगतान करने की आवश्यकता है।इस 12 प्रतिशत पर तत्व हैं। 12 प्रतिशत में से 8.33 प्रतिशत का प्राथमिक हिस्सा कर्मचारी पेंशन खाते (EPS) में जा रहा है और अंतिम 3.67 प्रतिशत राशि ईपीएफ खाते में जा रही है।कर्मचारी को यह राशि सेवानिवृत्ति पर मिलने का प्रावधान है।लेकिन नौकरी के किसी पड़ाव पर चाहने पर आपको इससे छुटकारा मिल सकता है।
सरकार को लंबे वक्त से मिल रही थी शिकायतें
सूत्रों के मुताबिक लंबे समय से अधिकारियों को मुकदमे मिल रहे हैं कि ईपीएफओ कर्मी बिना कोई साफ कारण बताए दावों को खारिज कर देते हैं।सिर्फ एक लाइन में जानकारी दी जाती है कि किसी व्यक्ति विशेष का दावा खारिज किया गया है।ऐसे में आवेदक को यह समझ ही नहीं आता कि उसकी रिपोर्ट क्यों रिजेक्ट हो गई।इसलिए, यदि वह दूसरी बार आवेदन करता है, तो अस्वीकृत होने का प्रत्येक अवसर हो सकता है।माना जा रहा है कि अब सरकार की नई सिफारिशों से ईपीएफओ शाखा की मनमानी बंद हो जाएगी और जल्द ही उन्हें अपना क्लेम मिल सकेगा।