FD New Rules: यदि अपने भी कराया है अपने बैंक में FD? तो हो जाएँ आप भी सावधान! RBI द्वारा जारी रूल से उठाना पड़ सकता है बड़ा नुक्सान!

FD New Rules: अगर आपको भी बैंक में फिक्स डिपॉजिट दिया गया है या कराने का विचार कर रहे हैं तो यह खबर आपके काफी काम की साबित हो सकती है।भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने FD की नीतियों में बदलाव किया है। आरबीआई की इन नई नीतियों को कई बैंकों के जरिए लागू भी किया गया है।वहीं सेंट्रल बैंक के जरिए रेपो चार्ज में बढ़ोतरी के बाद बैंक अपनी एफडी में ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी कर रहे हैं।

FD New Rules

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सभी बैंकों में नियम हुए लागू

आरबीआई की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, यदि कोई उपभोक्ता स्थायी जमा की अवधि पूरी होने के बाद भी अपने खाते में जमा राशि की घोषणा नहीं करता है, तो बैंक के माध्यम से उसकी ब्याज फीस कम की जा सकती है। यही नहीं, वे ब्याज शुल्क वित्तीय बचत खाते के समान हो सकते हैं.जिसमें नुकसान सबसे ज्यादा ग्राहकों का होगा।ये नई नीतियां देश के सभी बैंकों के लिए लागू की गई हैं।लघु वित्त बैंक, वाणिज्यिक, नजदीकी बैंक और सहकारी बैंक भी इस सूची में शामिल हैं।

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जानें क्या है पूरा कैलकुलेशन

उन नए नियमों के मुताबिक, एफडी हॉबी की कीमत आपके बचत खाते पर निर्भर करेगी।अगर किसी के पास पांच साल के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट की कोई स्कीम है और मैच्योरिटी के बाद भी पैसा नहीं निकल रहा है.फिर इनमें से किसी एक स्थिति में, आपके शौक के आधार पर और वित्तीय बचत खाते में अर्जित शौक की मात्रा के आधार पर शौक की कीमत निर्धारित की जा सकती है।2 में से किसी ने भी शौक की दरों में कमी की है, ताकि आपकी शौक की कीमत हो।इससे पहले मैच्योरिटी के बाद भी स्कीम उतनी ही अवधि के लिए लंबी हो जाती है।लेकिन अब ऐसा करना ग्राहकों को महंगा पड़ सकता है।

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RBI ने जारी किया ये नया आदेश

भारतीय रिजर्व बैंक के माध्यम से दिए गए तथ्यों के अनुसार, यदि स्थिर जमा परिपक्व हो जाता है और मात्रा का हमेशा भुगतान या दावा नहीं किया जाता है, तो उस पर शौक मूल्य बचत खाते या मूल्य के अनुसार स्थिर होता है परिपक्व FD पर निर्धारित शौक की,जितना कम हो उतना दिया जा सकता है।ये नए दिशानिर्देश सभी व्यापारिक बैंकों, छोटे वित्त बैंकों, सहकारी बैंकों, पास के बैंकों में जमा करने के लिए अभ्यास करेंगे।

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जानें क्या कहते हैं ये नियम

इसको ऐसे समझें कि, मान लीजिए आपने 5 साल की मैच्योरिटी वाला FD करवाया है, जो आज मैच्योर हुआ है, लेकिन आप ये पैसा नहीं निकाल रहे हैं तो इस पर दो परिस्थितियां होंगी. अगर FD पर मिल रहा ब्याज उस बैंक के सेविंग अकाउंट पर मिल रहे ब्याज से कम है, तो आपको FD वाला ब्याज ही मिलता रहेगा. अगर FD पर मिल रहा ब्याज सेविंग अकाउंट पर मिल रहे ब्याज से ज्यादा है, तो आपको सेविंग अकाउंट पर मिल रहा ब्याज मैच्योपरिटी के बाद मिलेगा

क्या था पुराना नियम?

पहले जब आपकी एफडी मैच्योर हो जाती थी और अगर आप उसका पैसा नहीं निकालते थे या उसका ऐलान नहीं करते थे, तो जितनी अवधि के लिए आपने एडवांस एफडी रखी थी उतनी ही अवधि के लिए बैंक आपकी एफडी बढ़ा देता था।लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकता था।लेकिन अब अगर मैच्योरिटी पर पैसा नहीं निकाला गया तो उस पर एफडी नहीं होगी.इसलिए बेहतर यही होगा कि आप मैच्योरिटी के बाद एक बार में कैश निकाल लें।