Old pension scheme: बड़ी खबर! नीति आयोग की आपत्ति के बाद इस राज्य में अब बंद होगी पुरानी पेंशन? जानिए लेटेस्ट अपडेट

OPS: अगर केंद्र के माध्यम से पैसा नहीं दिया जाता है तो राज्यों को इस पर खर्च करने के लिए पैसा कहां से मिलेगा?नीति आयोग के उपाध्यक्ष बेरी ने वस्तुतः कहा था कि राज्य सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से भविष्य के करदाताओं पर बोझ पड़ेगा।

Old Pension Scheme In Rajasthan : विभिन्न राज्यों के सरकारी कर्मियों की ओर से पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग जोर पकड़ती जा रही है।राजस्थान की गहलोत सरकार के बाद अब पंजाब, झारखंड और छत्तीसगढ़ की सरकारों के माध्यम से पुरानी पेंशन योजना (OPS) लागू की गई है।लेकिन इसकी राह आसान नहीं है।हाल ही में नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने कुछ राज्यों के माध्यम से पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को फिर से शुरू करने पर कठिनाई व्यक्त की है।

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भविष्य के टैक्सपेयर्स पर भी बोझ पड़ेगा

नीति आयोग के माध्यम से उठाई गई आपत्तियों को संबंधित राज्यों को भेजा जा रहा है।ऐसे में यह सवाल भी उठने लगा है कि क्या राजस्थान में पुरानी पेंशन योजना को बंद किया जा सकता है?यदि मुख्य सरकार के माध्यम से हमेशा नकद नहीं दिया जाता है, तो राज्यों को उस पर खर्च करने के लिए पैसा कहाँ से मिलेगा?नीति आयोग के उपाध्यक्ष बेरी ने वास्तव में कहा था कि राज्य सरकारों के माध्यम से उठाया गया यह कदम भविष्य के करदाताओं पर बोझ डालेगा।

इन राज्य सरकारों ने भी कर दी घोषणा !

बता दें कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने मार्च 2022 में बजट पेश करते हुए भी विधानसभा में सात लाख कर्मियों की पुरानी पेंशन बहाल करने की ओर इशारा किया था.इसके बाद पंजाब, झारखंड और छत्तीसगढ़ की सरकारों ने भी प्राचीन पेंशन योजना को लागू करने की घोषणा की है।
अब नीति आयोग की आपत्ति के बाद नियति में क्या प्रकट होने वाला है!

पुरानी पेंशन योजना पर असमंजस की है यह जानकारी !

राजस्थान में इस योजना के लागू होने पर हर साल 41 हजार करोड़ रुपये का आर्थिक बोझ बढ़ेगा।बता दें कि मार्च में राजस्थान सरकार द्वारा पुरानी पेंशन योजना की घोषणा करने के बाद वित्त मंत्रालय ने इसे वित्तीय अनुशासनहीनता करार दिया था।वित्त मंत्रालय की तल्ख टिप्पणी के बाद अब नीति आयोग के उपाध्यक्ष को नियुक्त करने की घोषणा से पुरानी पेंशन योजना को लागू करने को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है।यह खबर अभी कई कर्मचारियों के लिए मान्य नहीं है ! ऐसी भी खबर है कि राजस्थान की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के साथ राज्य की कार्मिक कंपनियां राहुल गांधी से मुलाकात करेंगी,उधर, गुजरात में बिजली आने पर राजनीतिक दलों ने पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने का वादा किया है.आने वाले समय में यह रोमांचक होगा कि गुजरात कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू होगी या नहीं।