PM Jan Dhan yojana 2022 : महत्वपूर्ण अधिकारियों के माध्यम से यह सलाह दी गई है कि इस योजना के माध्यम से कई सपने पूरे हुए है।वित्त मंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत अब तक कितने लोगो ने लोन लिए है ।
PM Jan Dhan yojana 2022 : जन धन योजना मौद्रिक वर्ग के बुरे और वंचित मनुष्यों को बैंकिंग प्रसाद प्रदान करने के लिए जारी की गई।इस योजना को जारी हुए आठ साल हो चुके हैं और इस अवसर पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक बयान जारी कर इस योजना के आशीर्वाद के बारे में अधिक से अधिक रिकॉर्ड दिए हैं।महत्वपूर्ण अधिकारियों के माध्यम से बताया गया है कि इस योजना के माध्यम से कई सपने पूरे किए गए।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को कहा कि आर्थिक समावेश एक बड़ा कदम है, जो समाज के सभी वंचित वर्गों के लिए समग्र मौद्रिक सुधार सुनिश्चित कर सकता है।
ग्रामीण लोगों की बड़ी भागीदारी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) को आठ साल हो गए हैं और इस अवसर पर वित्त मंत्री ने एक विश्वसनीय घोषणा जारी कर घोषणा की कि मानव को इसके दायरे से बाहर करने की मदद से आर्थिक समावेशन की प्रक्रिया। बैंकिंग प्रसाद आर्थिक प्रणाली का हिस्सा हैं।यह एक कदम आगे बढ़ने जैसा है।
अब तक कितने लोन लिए गए है ?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस योजना के तहत आठ साल में बैंक के छत्तीस करोड़ से ज्यादा कर्ज लिए गए है।इसमें चौहत्तर लाख करोड़ रुपये जमा हैं।वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि इस योजना की मदद से अब अमेरिका की 67 फीसदी कृषि आबादी को बैंकिंग सेवाओं में प्रवेश का अधिकार दिया गया है और 56 फीसदी महिलाओं पर जन धन का कर्ज भी है.
एक लाख का बीमा कवर योजना के तहत होना है
इस योजना के तहत लाभार्थियों को रुपे कार्ड(Rupay Card) मिलता है।
जिसमें एक लाख के भाग्य बीमा का भी ट्विस्ट होना है।
वित्त मंत्री ने इसी तरह अपनी घोषणा में कहा कि 2018 के बाद भी इस योजना को आयोजित करने का चयन देश के भीतर आर्थिक समावेश की बढ़ती स्थिति की इच्छाओं और मांग की स्थितियों को पूरा करने के उद्देश्य से प्रेरित है।
उन्होंने कहा कि अब हर बड़े की जगह बैंक में खाता रखने के लिए हर बड़े को ब्याज दिया गया है।
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यह योजना कोरोना में काफी फायदेमंद साबित हुई
वित्त मंत्री ने इसी तरह कहा कि आर्थिक समावेशन के लिए बनाया गया यह उपकरण कोविड-19 महामारी के समय जरूरतमंदों को तत्काल सहायता प्रदान करने में काफी मददगार साबित हुआ है।इस योजना के बाद अब नकारात्मक और वंचित लोगों को साहूकारों के चंगुल में नहीं आना चाहिए।
वित्तीय समावेशन की दिशा में एक बड़ा कदम
प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) को वित्तीय समावेशन की दिशा में एक बड़ा कदम बताते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस व्यवस्था की पूर्ति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शेष में छत्तीस करोड़ बैंक बिल खोले गए।रविवार को योजना के 8 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर जारी एक घोषणा में, वित्त मंत्री ने कहा कि ग्रामीण या अर्ध-शहरी क्षेत्रों में पीएमजेडीवाई के 67 प्रतिशत वृद्धि के अनुसार वृद्धि हुई है।वहीं, इसके खाताधारकों में 56 प्रतिशत महिलाएं हैं।यह योजना 28 अगस्त 2014 को लागू हुई थी ।
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