PPF Accidental Plan 2022-23 : आप की मौत के बाद आपके पीपीएफ अकाउंट का क्या होगा हस्र, जानिए आज के पोस्ट में !

PPF Accidental Plan 2022-23 :- क्या आपने कभी सोचा है ? 15 साल(Maturity Period) के टाइम पीरियड में पीपीएफ अकाउंट होल्डर की मृत्यु हो जाए तो क्या होगा? सोचा ही नहीं, अरे कोई बात नहीं। हम आपकी थोड़ी मदद किए देते हैं। चुकी पीपीएफ एक ऐसी शानदार स्मॉल सेविंग स्कीम है, जिसमें कम से कम आप अच्छी खासी रकम इकट्ठा कर सकते हैं। क्योंकि अन्य सेविंग स्कीम के मुकाबले यह बेहतर रिटर्न देती है, ये सब तो आप जानते ही होंगे। आइए आपके जिज्ञासा को शांत किए देते हैं अपने इस ब्लॉग के जरिए !

PPF Accidental Plan 2022-23

PPF Accidental Plan 2022-23
PPF Accidental Plan 2022-23

चाहे नौकरी पेशा हो या सेल्फ एंप्लॉयड चाहे बिजनेसमैन हो या Solopreneur ईपीएफओ के दायरे में नहीं आने वाले कर्मचारियों के लिए पीपीएफ निवेश एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। इसके अलावा जिसके पास नौकरी नहीं है, जो बिजनेस कर रहे हैं। वह भी चाहें तो पीपीएफ में निवेश कर सकते हैं। चुकीं पीपीएफ स्कीम को 15 सालों से भी अधिक समय के लिए जारी रखा जा सकता है ताकि मैच्योरिटी के समय बड़ा फंड खड़ा किया जा सके। पीपीएफ की मैच्योरिटी पीरियड 15 साल की होती है, ऐसे में अगर इस बीच पीपीएफ फोल्डर की मृत्यु हो जाए तो उसके जमा राशि किसे दी जाएगी और इसके लिए क्या नियम है, आइए जाने।PPF: मात्र ₹5000 महीने में आप भी पा सकते हैं 1 करोड़ रुपए तक का लाभ, जानिए पूरी योजना!

नॉमिनी इस तरह कर सकते हैं क्लेम !

अगर पीपीएफ अकाउंट होल्डर की मृत्यु किसी कारणवश स्कीम की मैच्योरिटी से पहले ही हो जाती है तो नॉमिनी पीपीएफ स्कीम में जमा राशि का इकलौता हकदार बन जाता है। इस स्थिति में नॉमिनी अपना आईडी कार्ड दिखाकर खाते पर डेथ क्लेम कर सकता है। क्लेम के दौरान उन्हें खाताधारक के डेथ सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ेगी। पोस्ट ऑफिस हों या बैंक जहां भी पीपीएफ अकाउंट खुलवाया गया हो, नॉमिनी को वहां जाकर डेथ क्लेम का फॉर्म भरना होगा,और डेट सर्टिफिकेट की कॉपी लगानी होगी। इसके बाद पीपीएफ अकाउंट में जमा राशि उनको मिल जाएगी और अकाउंट को बंद कर दिया जाएगा।EPF Latest Update: EPF, GPF और PPF में क्‍या है अंतर, किस पर कितना मिलता है ब्‍याज? जानिए पूरी जानकारी!

टैक्स फ्री होता है पीपीएफ अकाउंट !

लंबी अवधि के लिए पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ में निवेश आपके लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है, क्योंकि सबसे पहली बात पीपीएफ में निवेश सबसे ज्यादा सुरक्षित है, और आपको इसमें टैक्स छूट का भी पूरा फायदा मिलता है। नौकरीपेशा लोगों के लिए यह बेहतर ऑप्शन है पीपीएफ में निवेश उस पर मिलने वाला ब्याज और मेच्योरिटी पीरियड पूरा होने पर मिलने वाली रकम तीनों पूरी तरह से टैक्स फ्री है यानी कहीं भी टैक्स नहीं लगता है। इसमें किसी भी तरह का कोई जोखिम नहीं बनता है। अतः आप निश्चिंत होकर इसमें निवेश कर सकते हैं।PPF Account New Rule 2022 : आखिर खाताधारक की मृत्यु के बाद पैसों का क्या होता है? ये रहा डिटेल्स

बीमारी के दिनो में भी निकाल सकते हैं पैसा !

देखिए दोस्तों अगर पीपीएफ अकाउंट होल्डर किसी कारण से 15 साल तक इस स्कीम को चलाने में असमर्थ है साथ ही साथ उसको या उसके बच्चों को जानलेवा बीमारी है। तो ऐसी स्थिति में 5 साल बाद पीपीएफ अकाउंट में जमा रकम को निकाला जा सकता है हालांकि इसमें एक कंडीशन है ऐसी परिस्थिति में आप की जमा राशि की ब्याज दर में 1% की कटौती कर ली जाती है।PPF : प्रतिदिन 1.50 रूपए का करें निवेश, इतने समय बाद मिलेगा 41 लाख रूपए

Conclusion :- उम्मीद करते हैं दोस्तों आपको आज का आर्टिकल बेहद पसंद आया होगा ऐसे ही तमाम ट्रेनिंग आर्टिकल्स के लिए हमारे वेबसाइट पर विजिट करें और अपने जिज्ञासा भरे प्रश्न कमेंट सेक्शन में लिखना ना भूलें।